यात्रा के दौरान eSIM या Wifi - कैसे तय करें?
विदेश यात्रा के दौरान कनेक्टेड रहने के लिए eSIM और WiFi यात्रियों के लिए दो लोकप्रिय विकल्प हैं। इन दोनों के बीच कुछ अंतर इस प्रकार हैं:
कवरेज : ई-सिम डेटा, वॉयस और टेक्स्ट सेवाएं प्रदान करने के लिए सेलुलर नेटवर्क का उपयोग करते हैं, जबकि वाईफाई वायरलेस एक्सेस पॉइंट पर निर्भर करता है। ई-सिम व्यापक कवरेज प्रदान करते हैं और दूरदराज के क्षेत्रों में अधिक विश्वसनीय होते हैं जहां वाईफाई उपलब्ध नहीं हो सकता है।
सुविधा : ई-सिम के साथ, आपको वाई-फ़ाई हॉटस्पॉट ढूँढ़ने या पासवर्ड डालने की चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। आप बस अपना डिवाइस चालू कर सकते हैं और उसका इस्तेमाल शुरू कर सकते हैं। वाई-फ़ाई के साथ, आपको एक्सेस के लिए भुगतान करना पड़ सकता है, नेटवर्क ढूँढ़ना पड़ सकता है और पासवर्ड डालना पड़ सकता है।
लागत : ई-सिम आमतौर पर वाई-फ़ाई विकल्पों की तुलना में ज़्यादा महंगे होते हैं, खासकर भारी डेटा उपयोग के लिए। हालाँकि, ये ज़्यादा सुविधाजनक विकल्प हैं, और सुविधा और कवरेज के लिहाज़ से इनकी कीमत वाजिब हो सकती है।
लचीलापन : ई-सिम के साथ, आप बिना अपना सिम कार्ड बदले आसानी से विभिन्न वाहकों के बीच स्विच कर सकते हैं। यह उन यात्रियों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो कई देशों की यात्रा करते हैं। वाई-फ़ाई के साथ, आप हॉटस्पॉट की उपलब्धता तक सीमित होते हैं, और आपको प्रत्येक स्थान पर पहुँच के लिए भुगतान करना पड़ सकता है।
कुल मिलाकर, यात्रियों के लिए eSIM और WiFi दोनों के अपने फायदे और नुकसान हैं। चुनाव अंततः आपकी व्यक्तिगत ज़रूरतों और प्राथमिकताओं पर निर्भर करता है। अगर आप कवरेज और सुविधा को प्राथमिकता देते हैं, तो eSIM बेहतर विकल्प हो सकता है। अगर आप एक सस्ता विकल्प ढूंढ रहे हैं और विदेश यात्रा के दौरान WiFi हॉटस्पॉट ढूँढ़ने की असुविधा से परेशान नहीं हैं, तो WiFi एक बेहतर विकल्प हो सकता है।
